आज के समय में लगभग हर व्यक्ति का बैंक में खाता होता है। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने और व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए कई लोग एक से अधिक बैंक अकाउंट भी खुलवाते हैं। लेकिन हाल ही में एक खबर वायरल हो रही है कि अगर आपके पास एक से ज्यादा बैंक अकाउंट हैं, तो आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है। इस खबर ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है। हालांकि, अब इस बारे में PIB ने स्पष्ट जानकारी दी है। आइए जानते हैं कि एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखने पर जुर्माने को लेकर क्या सचाई है और इससे जुड़े नियम क्या कहते हैं।
PIB ने वायरल खबर पर क्या कहा?
हाल ही में सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें दावा किया गया कि एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखने पर खाताधारकों को जुर्माना भरना पड़ेगा। इस खबर को लेकर लोगों में काफी भ्रम और चिंता फैल गई।
हालांकि, PIB (प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो) ने इस खबर को पूरी तरह फर्जी बताया है। PIB ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई घोषणा या नियम RBI या किसी सरकारी एजेंसी द्वारा जारी नहीं किया गया है, जिसमें एक से अधिक बैंक अकाउंट रखने पर जुर्माना लगाने की बात कही गई हो। PIB ने लोगों से आग्रह किया है कि वे इस तरह की फर्जी खबरों से बचें और किसी भी जानकारी की पुष्टि करने से पहले आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।
क्या भारत में एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखना गलत है?
भारत में किसी भी व्यक्ति को एक से अधिक बैंक अकाउंट रखने की अनुमति है। आप अपनी जरूरत और सुविधा के अनुसार अलग-अलग बैंकों में अकाउंट खोल सकते हैं। हालांकि, एक ही बैंक में एक से अधिक सेविंग अकाउंट खोलने की अनुमति नहीं होती, जब तक कि इसका कोई विशेष कारण न हो, जैसे जॉइंट अकाउंट या पेंशन अकाउंट।
इसका मतलब है कि यदि आपके पास अलग-अलग बैंकों में कई खाते हैं, तो आपको डरने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन, आपको अपने खातों को सही तरीके से मैनेज करना चाहिए ताकि किसी प्रकार की वित्तीय समस्या न हो।
सेविंग अकाउंट और जमा राशि पर नियम
सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करने को लेकर कुछ खास नियम होते हैं, जिन्हें जानना जरूरी है।
- सेविंग अकाउंट में जमा राशि की कोई सीमा नहीं:
आप अपने सेविंग अकाउंट में जितना चाहें उतना पैसा जमा कर सकते हैं। इस पर कोई पाबंदी नहीं है। लेकिन यदि आप एक वित्तीय वर्ष में अपने खाते में ₹10 लाख से अधिक राशि जमा करते हैं, तो आयकर विभाग (Income Tax Department) आपसे इसके स्रोत के बारे में पूछताछ कर सकता है। - ब्याज पर टैक्स देना होता है:
सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर बैंक द्वारा ब्याज दिया जाता है। इस ब्याज पर आयकर नियमों के तहत टैक्स का भुगतान करना अनिवार्य है। हालांकि, ₹10,000 तक के ब्याज पर आयकर छूट दी जाती है, लेकिन इससे अधिक ब्याज होने पर इसे आपकी आय में जोड़ा जाता है और टैक्स लगाया जाता है।
क्या एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखने में कोई परेशानी हो सकती है?
हालांकि एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखना पूरी तरह से कानूनी है, लेकिन इससे जुड़े कुछ वित्तीय और प्रबंधन संबंधी पहलुओं का ध्यान रखना जरूरी है:
- अकाउंट मैनेजमेंट की समस्या:
अगर आपके पास कई बैंक अकाउंट हैं, तो उन सभी को ट्रैक करना मुश्किल हो सकता है। कई बार लोग अनावश्यक खाते खुलवा लेते हैं और उन्हें बंद करना भूल जाते हैं। इससे उनके ऊपर गैरजरूरी मेंटेनेंस चार्ज का बोझ बढ़ सकता है। - इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) पर प्रभाव:
अगर आप सभी खातों की जानकारी सही तरीके से अपने इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं देते हैं, तो यह भविष्य में परेशानी का कारण बन सकता है। आयकर विभाग सभी खातों की जांच कर सकता है। - निष्क्रिय खाते का जोखिम:
यदि आप किसी खाते का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो वह खाता निष्क्रिय (Inactive) हो सकता है। इसके बाद उसे फिर से सक्रिय करने में समय और मेहनत लगती है। - अनावश्यक शुल्क का भुगतान:
अधिकतर बैंकों में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना जरूरी होता है। यदि आपके पास कई खाते हैं और उनमें न्यूनतम बैलेंस नहीं रखा गया, तो आपको पेनाल्टी का भुगतान करना पड़ सकता है।
एक से ज्यादा अकाउंट रखने के फायदे
- अलग-अलग जरूरतों के लिए खाते:
कई लोग अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल जरूरतों के लिए अलग-अलग खाते रखते हैं। इससे खर्च और बचत का प्रबंधन आसान हो जाता है। - सरकारी योजनाओं का लाभ:
अलग-अलग सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए लोग कई बार अलग-अलग बैंकों में खाते खोलते हैं। उदाहरण के लिए, सब्सिडी और अन्य लाभ सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाते हैं। - सुविधा और सुरक्षा:
यदि एक बैंक में समस्या आती है, तो अन्य बैंक के खाते का उपयोग किया जा सकता है। इससे वित्तीय लेनदेन में सुविधा होती है।
क्या करना चाहिए?
- खाते का सही प्रबंधन:
यदि आपके पास एक से ज्यादा बैंक अकाउंट हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप सभी खातों को नियमित रूप से ट्रैक कर रहे हैं। अनावश्यक खाते बंद कर दें ताकि आप गैरजरूरी शुल्क से बच सकें। - सभी खातों की जानकारी रखें:
अपने सभी खातों की डिटेल्स और लेनदेन का रिकॉर्ड रखें। यह आयकर रिटर्न भरने और किसी भी वित्तीय समस्या से बचने में मदद करेगा। - न्यूनतम बैलेंस का ध्यान रखें:
सुनिश्चित करें कि सभी खातों में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें ताकि पेनाल्टी से बचा जा सके। - ब्याज और टैक्स का हिसाब रखें:
सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज का हिसाब रखें और इसे अपने इनकम टैक्स रिटर्न में शामिल करें।
एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखना पूरी तरह से कानूनी है, और इस पर किसी प्रकार का जुर्माना नहीं लगाया जा सकता। हाल ही में वायरल हुई जुर्माने की खबर पूरी तरह से फर्जी है, जिसे PIB ने स्पष्ट कर दिया है। हालांकि, आपको अपने खातों का सही तरीके से प्रबंधन करना चाहिए और अनावश्यक खाते बंद कर देने चाहिए। यदि आप इन नियमों का पालन करते हैं, तो आप न केवल वित्तीय परेशानियों से बचेंगे, बल्कि अपने बैंकिंग अनुभव को भी आसान और सुरक्षित बनाएंगे।